सिद्धार्थनाथ के आरोप, अखिलेश ने यूपी के किसानों को किया तबाह

भाजपा सरकार में किसानों और गरीबों की तरक्की से बौखलाहट में हैं सपाई

सिद्धार्थनाथ के आरोप, अखिलेश ने यूपी के किसानों को किया तबाह

-डेढ़ साल बाद घर से बाहर निकले अखिलेश भ्रमित और घबराहट में हैं : सिद्धार्थनाथ



-सपा मुखिया के आरोपों पर योगी के कैबिनेट मंत्री का जबरदस्त पलटवार



लखनऊ, 05 अगस्त । गुंडों, माफियाओं और भ्रष्टाचारियों का गैंग चलाने वाले अखिलेश यादव के मुंह से कानून व्यवस्था और न्याय की बात अच्छी नहीं लगती। डेढ़ साल बाद घर से बाहर निकले अखिलेश भ्रमित और घबराये हुए हैं। 400 का सपना देख रहे सपा नेता के सामने चुनाव में 40 सीटें बचाने की बड़ी चुनौती है। यह बातें गुरुवार को योगी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए कहीं।



सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि साढ़े चार साल बाद जनता की सुध लेने वाले अखिलेश घबराहट में हैं। डेढ़ साल तक घर में बैठ कर ट्रिवटर से राजनीति चलाने वाले अखिलेश जमीनी हकीकत से सामना नहीं कर पा रहे हैं। अपराधी और माफिया सहयोगियों के सफाए से सपा और अखिलेश अकेले और परेशान हैं।



उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि किसानों को तबाह करने वाले अखिलेश को किसानों की खुशहाली और कृषि विकास को देखना चाहिए। योगी सरकार ने चार साल में किसान, नौजवान, मजदूरों और ग्रामीणों की किस्मत बदलने का काम किया है। जिन गन्ना किसानों का पैसा अखिलेश सरकार नहीं दे पाई थी। वह भी योगी सरकार ने किसानों को दिया है। शहर से लेकर गांव तक तरक्की और विकास की लहर है।



सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने युवाओं के साथ छल किया। लेकिन योगी सरकार ने चार सालों में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम किया है। कोरोना काल में लाखों प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिया।



उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार में प्रदेश भर में चीनी मिलों को बेचने का काम किया गया, जबकि योगी सरकार ने बंद चीनी मिलों को चालू किया। कोरोना काल के दौरान भी सभी 119 चीनी मिलों का संचालन किया गया। गेहूं का रिकॉर्ड खरीद और भुगतान हुआ। एथनॉल उत्पादन में यूपी देश में नंबर वन बना हुआ है।



50 लाख किसानों को ड्रिप स्पिंकलर सिचाई योजना का लाभ दिया गया। बुंदेलखंड में किसानों के बिजली बिल के फिक्स चार्ज में 50 से 75 प्रतिशत तक छूट दी गई। प्रदेश की 27 से अधिक मंडियों को आधुनिक किसान मंडी के रूप में डेवलप किया जा रहा है। किसानों को तकनीक से जोड़ने के लिए 69 कृषि विज्ञान केन्द्रों के अलावा 20 अन्य कृषि विज्ञान केन्द्र निर्मित कराने का काम सरकार में हुआ।



सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के पास बोलने को कुछ रह नहीं गया है। योगी सरकार ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग, जैविक खेती के साथ बड़े पैमाने पर पौध रोपण का काम किया है।



योगी सरकार ने चार सालों में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम किया है। योगी सरकार में कोरोना के बावजूद 66,000 करोड़ रुपये के निवेश के 96 प्रस्ताव मिले हैं। यह योगी सरकार की नीतियों से ही संभव हो सका है। इसमें से 16,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव जमा करने वाले 18 निवेशकों को भूमि आवंटित की जा चुकी है। 2017 से पहले यूपी में माफिया राज के चलते निवेशक यहां आना नहीं चाहते थे। योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के चलते बड़े-बड़े माफिया या तो जेल में है या यूपी छोड़कर चले गए है। माफियाओं की अवैध संपत्ति पर सरकार का बुलडोजर चल रहा है। 1100 करोड़ से अधिक की माफियाओं की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। अपराधी या तो सलाखों के पीछे हैं या फिर खत्म हो गए। सहयोगी अपराधियों के सफाए से अखिलेश बौखलाहट में हैं। यूपी की जनता सपा और अखिलेश के चाल, चरित्र दोनों को बहुत अच्छी तरह से पहचानती है। 400 सीटों का सपना देख रहे अखिलेश के सामने सबसे बड़ी चुनौती मौजूदा सीटों को ही बचाने की है।